PM Kaushal Vikas Yojana 2024:
प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना के तहत देश के बेरोजगार युवाओं को आत्मनिर्भर
एवं रोजगार के योग्य बनाने के लिए प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना का संचालन केंद्र
सरकार के द्वारा किया जा रहा है। प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना को संक्षिप्त में पीएमकेवीवाई (PMKVY) भी कहा जा रहा है।
प्रधानमंत्री कौशल विकास
योजना के अंतर्गत देश के बेरोजगार युवाओं को इलेक्ट्रीशियन, कंस्ट्रक्शन फूड
प्रोसेसिंग, फर्नीचर फिटिंग, हैंडीक्राफ्ट, सिलाई, वेल्डर, होटल मैनेजमेंट, लेदर
टेक्नोलॉजी, कंप्यूटर ऑपरेटर, और डाटा एंट्री जैसी 100 से भी अधिक प्रकार की तकनीकी
ट्रेनिंग दी जा रही है। इस योजना के तहत 1.20 करोड़ से भी अधिक युवाओं को
प्रशिक्षण दिया जा चुका है जिससे वह अपने लिए खुद रोजगार उत्पन्न कर सके या फिर
नौकरी के योग्य बन सकें। पीएम कौशल विकास योजना रेल कौशल विकास योजना की तरह ही कार्य करेगी।
प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना क्या
है?
प्रधानमंत्री कौशल विकास
योजना के अंतर्गत बेरोजगार युवाओं को आत्मनिर्भर एवं रोजगार के योग्य बनाने के लिए
इस योजना का चलाया जा रहा है। ट्रेनिंग अवधि के हिसाब से 3 महीने, 6 महीने और 1
साल का ट्रेनिंग फ्री ट्रेनिंग दी जा रही है और योग्यता प्राप्त करने वाले युवा को
ट्रेनिंग से संबंधित सर्टिफिकेट भी दिया जा रहा है। इस योजना में ट्रेनिंग और सर्टिफिकेट
के आलावा ₹8000 तक का आर्थिक सहायता का भी प्रावधान रखा गया है।
अब इस ट्रेनिंग में युवाओं
को रोबोटिक्स, एआई, 3D प्रिंटिंग,
कोडिंग, डिजिटल मार्केटिंग, सोशल मीडिया मैनेजमेंट और सोशल मीडिया मार्केटिंग
इत्यादि जैसे कई नए ट्रेनिंग प्रोग्रामो को जोड़ा गया है ताकि युवाओं को ज्यादा से
ज्यादा रोजगार के अवसर प्राप्त हो सके। इस योजना की शुरुआत वर्ष 2015 में की गई
थी। इसके तहत 10वीं और 12वीं पास कर चुके युवाओं को कौशल प्रशिक्षण दिए जाने का
प्रावधान रखा गया है।
प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना पर
सरकार का नजरिया:
युवाओं के रोजगार और
स्वरोजगार के लिए इस बार अधिक चिंतित दिखाई दे रही है यहां साफ देखा जा सकता है कि
प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना के चौथे चरण को लागू करने की जल्दबाजी दिखाने की
बजाए तीन चरणों से सबक लेते हुए जमीन मजबूत करने की ओर कदम बढ़ाया है। विशेषज्ञों ने
नए सुधारों की आवश्यकता जताई, जिसे
देखते हुए प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना के चौथे चरण की रूपरेखा तय कर ली गई है।
अब सरकार ने फिलहाल प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना के मद में कोई आवंटन न करते हुए
सबसे अधिक ध्यान औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों के उन्नयन पर लगाया है।
प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना के लाभ:
प्रधानमंत्री कौशल विकास
योजना के तहत प्रशिक्षण निःशुल्क दिया जाता हैं। युवाओं को विभिन्न निकटतम
क्षेत्रों में यह प्रशिक्षण दिया जा रहा है। युवाओं को 8,000 रुपए की सहायता राशि भी दी जाती है। ट्रेनिंग
पूरी होने पर उन्हें सर्टिफिकेट भी दिया जा रहा है जिसे दिखाकर प्राइवेट या सरकारी
क्षेत्र में आसानी से नौकरी प्राप्त की जा सकेगी या युवा स्वयं का बिजनेस भी शुरू
कर सकते हैं।
प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना के लिए पात्रता:
Ø प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना के तहत लाभ प्राप्त करने के लिए आवेदक
युवाओं का भारत का मूल निवासी होना चाहिए।
Ø इस योजना के तहत आवेदन करने वाला युवा बेरोजगार होना चाहिए।
Ø आवेदन करने वाला युवा की उम्र कम से कम 18 वर्ष होना चाहिए।
Ø आवेदन करने वाला युवा कम से कम 8वी, 10वी या 12वी परीक्षा उत्तीर्ण
होना चाहिए।
Ø आवेदक हिंदी या इंग्लिश का बुनियादी ज्ञान रखने वाला होना चाहिए।
प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना के लिए
आवश्यक दस्तावेज
Ø आधार कार्ड
Ø 8वी या 10वी या 12वी मार्कशीट
Ø बैंक खाता पासबुक
Ø चालू मोबाइल नंबर
Ø इमेल आईडी
Ø पासपोर्ट साइज फोटो
प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना में
आवेदन कैसे करें?
Ø सबसे पहले आधिकारिक वेबसाइट (https://www.pmkvyofficial.org/pmkvy2/index.php) पर जाएं।
Ø वेबसाइट के होम पेज पर “स्किल इंडिया” के विकल्प का चयन करें।
Ø यहां आपको Register as a Candidate वाले विकल्प का चयन करें।
Ø मांगी गई जानकारी नाम पता शैक्षणिक योग्यता बैंक खाते का विवरण
दर्ज करके मूल दस्तावेज अपलोड करके फार्म सबमिट करें।
Ø अब आपको नजदीकी कौशल विकास केंद्र का सेंटर का चयन करना होगा।
Ø अब आप उस कैटेगरी का चयन करें, जिसके तहत आप प्रशिक्षण प्राप्त करना चाहते हैं।
Ø अब आप नजदीकी कौशल विकास केंद्र पर जाकर प्रशिक्षण प्राप्त कर सकते
है जहाँ से आपको ट्रेनिंग पूरी हो जाने के बाद प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना से
संबंधित सर्टिफिकेट प्राप्त होगा।
निष्कर्ष:
प्रधानमंत्री कौशल विकास
योजना से लाखो युवा लाभान्वित हो चुके है और निरंतर इस योजना का क्रियान्वन किया
जा रहा है। प्रधानमंत्री कौशल प्रशिक्षण योजना के तहत तीन चरण पूरे हो चुके हैं और
अब इस योजना का 4.0 चरण शुरू हो चूका है। इस योजना का कार्यान्वयन राष्ट्रीय कौशल
विकास निगम (एनएसडीसी) द्वारा किया जाता है। इसके साथ ही रिकॉग्निशन ऑफ प्रायर
लर्निंग (RPL) के तहत पहले से अनुभव
वाले व्यक्तियों का भी मूल्यांकन और प्रमाणित भी किया जाता है।
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